कुल्लू में देवी-देवताओं के सम्मान और देव समाज की प्राचीन सनातन परंपराओं को बनाए रखने के उद्देश्य से हिन्दू रक्षा मंच के अध्यक्ष श्री कमल गौतम के नेतृत्व में एक विशाल रैली निकाली गई। यह रैली 10 नवम्बर को कुल्लू के ढालपुर मैदान में आयोजित हुई, जिसमें बड़ी संख्या में देव समाज, स्थानीय नागरिकों और समर्थकों ने भाग लिया। रैली के दौरान “कुल्लू चलो” का नारा दिया गया और यह संदेश दिया गया कि देवी-देवताओं के अपमान को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा।
देव समाज की भावना आहत
देव समाज ने आरोप लगाया है कि 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के पहले दिन तहसीलदार हरि सिंह यादव ने देवता भृगु ऋषि के अस्थायी शिविर में जूते पहनकर प्रवेश किया, जो देव परंपराओं और आस्थाओं का सीधा अपमान है। इस घटना से देव समाज की धार्मिक भावनाएँ गहराई से आहत हुईं।
देव समाज की माँग है कि तहसीलदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें तत्काल स्थानांतरित किया जाए। हालांकि, इस मामले में तहसीलदार की शिकायत पर तो एफआईआर दर्ज कर दी गई, लेकिन देव समाज द्वारा दी गई शिकायत पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे लोगों में नाराज़गी और बढ़ गई।
रैली और प्रदर्शन
देव समाज संघर्ष समिति के बैनर तले भूतनाथ पुल से लेकर डीसी ऑफिस कुल्लू तक एक जोरदार रोष रैली निकाली गई। इस दौरान उपस्थित लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और देव परंपराओं के सम्मान की रक्षा की माँग उठाई।
यह मुद्दा केवल एक व्यक्ति या घटना तक सीमित नहीं है, बल्कि देव समाज की आस्था, सम्मान और परंपरा से जुड़ा है। कुल्लू देव संस्कृति सदियों से हिमाचल की पहचान रही है, और स्थानीय समुदाय ने स्पष्ट संदेश दिया है कि देवी-देवताओं की मर्यादा और सम्मान सर्वोपरि है।
देव समाज और हिन्दू रक्षा मंच ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले में न्यायपूर्ण और संवेदनशील कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
