हमारे बारे में - हिन्दू रक्षा मंच

“हिन्दू रक्षा मंच” ऐसा संगठन है जिसके कार्यकर्ताओं की प्रमाणिक कार्यशैली हिमाचल प्रदेश ही नहीं अपितु राष्ट्रीय स्तर पर भी विख्यात है। हिन्दू समाज में इस संगठन की स्वीकार्यता और व्यापकता गाँव-गाँव तक है जो हिमाचल प्रदेश में इसके कार्य को ठोस आधार प्रदान करता है। धीरे-धीरे अन्य प्रदेशों में भी यह कार्य और संगठन विस्तार कर रहा है। हिन्दू रक्षा मंच अपने ध्येय वाक्य “धर्मो रक्षति रक्षितः” को अंगीकार कर हिन्दू समाज में “सामर्थ्य-सुरक्षा- सम्मान” के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है।

हिंदू जागरण मंच के पूर्व महामंत्री श्री कमल गौतम और उनके समर्पित सहयोगियों के हिन्दुत्व के लिए समर्पण, अनथक पुरुषार्थ, हिन्दू समाज के लिए निस्वार्थ सेवाभाव और प्रतिबद्धता का प्रतिफल है।

श्री कमल गौतम ने पिछले 30 वर्षों से अनेक हिन्दू संगठनों में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए धरातल पर अपने हिन्दू समाज का जागरण करते हुए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए जिनमें लव जिहाद के विरुद्ध कार्य, अवैध अतिक्रमण और भूमि जिहाद को रोकना, हिन्दुओं के धर्मांतरण को रोकना, स्वधर्म में वापसी अभियान, गौरक्षा अभियान, हिन्दू समाज का आर्थिक स्वावलंबन, अवैध गतिविधियों की रोकथाम, अवैध घुसपैठियों के विरुद्ध अभियान, लवजिहाद से बचाई गई हिन्दू लड़कियों का पुनर्वास, सनातन संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण हेतु सतत् जागरण अभियान।

हिन्दू रक्षा मंच का आरंभ

परंतु इन सभी कार्यों को करते हुए जब 2023 में चंबा के उपमंडल सलूणी में एक 23 वर्षीय हिन्दू नौजवान मनोहर लाल जो अनुसूचित जाति के एक अत्यंत गरीब परिवार का इकलौता और एकमात्र सहारा था के जघन्य नृशंस हत्याकांड ने भीतर तक झकझोर कर रख दिया जिसमें उस नवयुवक के मुसलमानों ने 8 टुकड़े कर अलग- अलग स्थानों पर फैंक दिए गये थे।

प्रशासन एवं सरकार द्वारा इस मामले को पूरी तरह मीडिया एवं जनता की दृष्टि से ब्लैकआउट कर दिया गया था और कोई समुचित कार्यवाही नहीं हुई थी। सर्वप्रथम जब हम अपनी चंबा की टीम और प्रदेश के प्रमुख कार्यकर्ताओं सहित वहाँ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे तो वहाँ के हिन्दू समाज में व्याप्त भय और प्रशासन की उदासीनता स्पष्ट दिख रही थी। परिवार अत्यंत गरीब और दयनीय स्थिति में था, मारे गये इकलौते बेटे की रोती-बिलखती माँ की दर्द भरी चीखों ने हमें छलनी कर दिया और आंसू पोछने के बजाय हम भी अपने आंसुओं को नहीं रोक पाए।

उसी क्षण मन में एक संकल्प आया की एक ऐसा संगठन होना चाहिए जो अपने हिन्दू समाज की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। जो अपने हिन्दू समाज को सामर्थ्य प्रदान कर सके। जो अपने हिन्दू समाज का सम्मान न डिगने दे। जो एक पल भी गंवाए बिना विधर्मियों पर डारेक्ट एक्शन करने में अपने समाज को सबल कर सके। जिसकी एक हुंकार से कुंभकर्णी नींद में सोई हिन्दू विरोधी सेक्युलर सरकारें और प्रशासन जागकर हिन्दू हित में कार्य करने पर बाध्य हो जाएं।

कमल गौतम

अध्यक्ष – हिन्दू रक्षा मंच

ऐसा संगठन जो वास्तव में सर्वव्यापक एवं सर्वस्पर्शी हो और संपूर्ण हिन्दू समाज का प्रतिनिधित्व करता हो। इस दिशा में निरंतर चिंतन, मनन और समाज संग्रह करते हुए प्रदेश भर के अनेक कर्मठ एवं समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा के बाद भगवान नरसिंह के प्राकट्य दिवस बैसाख शुक्ल चतुर्दशी विक्रमी संवत् 2081 तदानुसार 21 मई, 2024 को “हिन्दू रक्षा मंच” की स्थापना की और प्रदेश भर में संगठन की टीमों का गठन आरंभ किया।

इसी बीच सितम्बर में अवैध मस्जिदों के विरुद्ध पूरे हिमाचल प्रदेश में एक बड़ा और उग्र आंदोलन खड़ा किया जिसका नेतृत्व प्रदेश भर में “हिन्दू रक्षा मंच” के अध्यक्ष श्री कमल गौतम और उनके संगठन की टीम ने सफलतापूर्वक किया जिसके अनुकूल परिणाम निकट भविष्य में देखने को मिले।

संगठन की बढ़ती हुई शक्ति और तेज गति से विस्तार एवं सर्वस्पर्शी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए कार्यकर्ताओं को संगठन के औपचारिक पंजीकरण की आवश्यकता अनुभव हुई जिसके परिणामस्वरूप संगठन के विधिवत पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ की गई और 1 जनवरी, 2025 को संगठन पंजीकृत हुआ।

हमारे उद्देश्य

हिन्दू एकीकरण

जाति, भाषा और क्षेत्र के भेद मिटाकर सभी हिन्दुओं में एकता, समानता और सांस्कृतिक एकरूपता स्थापित करना।

सनातन धर्म पुनर्जागरण

प्राचीन भारतीय मूल्यों, आदर्शों और जीवन-दर्शन को पुनः जागृत कर आधुनिक युग में उनका पुनर्स्थापन करना।

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत

देश की आवश्यकताओं की पूर्ति अपने संसाधनों, श्रम और तकनीक से कर आत्मगौरव और आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करना।

स्वावलंबन और रोजगार

हम स्वावलंबन और रोजगार को बढ़ावा देकर ऐसा भारत बनाना चाहते हैं जहाँ हर व्यक्ति अपने कौशल और परिश्रम के बल पर आत्मनिर्भर बने।

राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका

राष्ट्र निर्माण में युवा अपनी ऊर्जा और कर्मठता से देश को प्रगति और सशक्तता की ओर अग्रसर करते हैं।

सामाजिक जागरूकता

सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जागरूकता से लोग भेदभाव, कुप्रथाओं और अन्याय के खिलाफ सचेत होकर समाज को स्वच्छ, समान और न्यायपूर्ण बना सकते हैं।

आइए, हम मिलकर हिन्दू राष्ट्र के निर्माण और भारत के पुनर्जागरण में भागीदार बनें।